भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को तेज गिरावट देखी गई, जहां सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 1.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। तीसरी तिमाही में धीमी कॉर्पोरेट आय और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की बिकवाली के चलते बाजार में यह गिरावट आई।
सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,258.12 अंकों की गिरावट के साथ 77,964.99 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 1,441.49 अंकों तक की गिरावट देखी। निफ्टी 50 ने भी 388.7 अंकों की गिरावट के साथ 23,616.05 पर दिन का अंत किया।
कमजोर आय और एफपीआई बिकवाली का असर
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रशांत तपसे ने कहा, “सरकारी खर्च में कमी और मांग में सुस्ती के चलते आगामी तीसरी तिमाही के परिणाम कई क्षेत्रों के लिए कमजोर हो सकते हैं। इससे विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अपनी घरेलू निवेश हिस्सेदारी में और कटौती कर रहे हैं।”
2025 के पहले तीन कारोबारी दिनों (1-3 जनवरी) में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने ₹4,285 करोड़ की घरेलू इक्विटी बेच दी। मजबूत डॉलर, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और तीसरी तिमाही के परिणामों को लेकर सावधानी बरतने के चलते बाजार पर यह दबाव देखा गया।
मानव मेटापन्युमोवायरस (HMPV) का डर
स्वस्तिका इनवेस्टमार्ट के रिसर्च प्रमुख संतोष मीना ने बताया, “मानव मेटापन्युमोवायरस (HMPV) से जुड़े नए डर ने मंदी के रुख को और बढ़ावा दिया है, जिससे हाल की काउंटर-ट्रेंड पुलबैक रैली के बाद ताजा बिकवाली हुई।”
सार्वजनिक और बैंकिंग क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित
सोमवार को सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स पर दबाव रहा। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और कैपिटल मार्केट इंडेक्स ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला, जिसमें 3.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।
निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों अपने 200-दिवसीय मूविंग एवरेज (डीएमए) के नीचे फिसल गए। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 4 प्रतिशत की गिरावट हुई।
ट्रेडिंग रणनीति और आगे का अनुमान
कोटक सिक्योरिटीज के हेड इक्विटी रिसर्च, श्रीकांत चौहान ने कहा, “वर्तमान बाजार संरचना कमजोर है लेकिन ओवरसोल्ड स्थिति में है। ऐसे में स्तर-आधारित ट्रेडिंग रणनीति दिन के व्यापारियों के लिए आदर्श हो सकती है।”
उनके अनुसार, जब तक बाजार 23,750/78,200 के स्तर के नीचे कारोबार करता है, तब तक कमजोर धारणा बनी रहेगी। इसके नीचे, बाजार 23,500/77,600 के स्तर का परीक्षण कर सकता है। इसके अलावा, 23,400/77,300 के स्तर तक गिरावट संभव है। दूसरी ओर, यदि बाजार 23,750/78,200 के स्तर से ऊपर जाता है, तो यह 23,900-23,950/78,600-78,800 के दायरे में वापसी कर सकता है।