Dhanbad: झारखंड के धनबाद जिला के मैथन थाना की पुलिस ने 10 करोड़ की ठगी मामले में चिटफंड कंपनी एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) की महिला अधिकारी सुकन्या घोषाल को कोलकाता (Kolkata) से गिरफ्तार किया गया है. वहीं, इस मामले में मैथन थाना में 9 अगस्त 2020 को 10 करोड़ के ठगी मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मामले में पश्चिम बंगाल के आसनसोल निवासी प्रशांत दास, श्रीकांत दास, झरना दास, अपर्णा दास, सुनीता दास, शैलेन दास, इंद्रा दास, आदित्य दास एवं सुकन्या घोषाल को नामजद बनाया गया था. इस बीच मामले में मैथन थाना की पुलिस 2 अन्य आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है.
जाने पूरा मामला
धनबाद के मैथन मेन गेट में एंजेल ब्रोकिंग के नाम से चिटफंड कंपनी का ऑफिस खोला गया था. कंपनी के कर्मियों और अधिकारियों ने मैथन, चिरकुंडा, मुगमा एवं आसपास तथा पश्चिम बंगाल के रूपनारायणपुर व कुल्टी आदि क्षेत्र के 200 लोगों को कम वक्त में रुपया दोगुना करने और ज्यादा ब्याज (Interest) देने का लालच देकर 10 से 15 करोड़ रुपये का निवेश कराया. वहीं, इलाके में भरोसा दिलाने के लिए कुछ दिनों तक ब्याज एवं जमापूंजी का ज्यादा फ़ायदा भी निवेशकों को दिया गया. कई निवेशक और उनके रिश्तेदारों को विदेश टूर के तहत नेपाल भ्रमण कराया गया. इसके बाद कंपनी मार्च-अप्रैल 2020 में निवेशकों का पैसा लेकर फरार हो गयी.
इस संबंध में 9 अगस्त, 2020 को ठगी का मामला दर्ज कराया था. केस दर्ज होने के बाद निरसा के तत्कालीन SDPO विजय कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में मैथन थाना की पुलिस मिहिजाम पुलिस के मदद से मिहिजाम थाना इलाके के पिपरा गांव से 2 नामजद सुनीता दास उर्फ रिम्पा और शैलेन दास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इधर, इस केस के अनुसंधानकर्ता मैथन ओपी के ASI सुरेंद्र तिवारी और ASI एल्युमोनी केरकेट्टा ने बंगाल पुलिस की मदद से आरोपी सुकन्या घोषाल को कोलकाता के बासदोनी थाना इलाके के बहमनपुर गांव स्थित उसके घर से अरेस्ट किया है.