मध्यप्रदेश : जबलपुर के निजी अस्पताल न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी (New Life Multispeciality) में सोमवार दोपहर भीषण आग लग गई. आग में अभी तक 10 लोगों की मौत की खबर है. दमोह नाका शिवनगर में स्थित इस अस्पताल में जैसे ही आग लगी वैसे ही हड़कंप मच गया. देखते ही देखते आग ने पूरे अस्पताल को अपनी चपेट में ले लिया. जो लोग ऊपरी मंजिल पर थे, उन्होंने खिड़कियों से कूदकर जान बचाई. लेकिन, निचली मंजिल पर मौजूद लोग खुद को नहीं बचा सके. खबर मिलते ही रेस्क्यू टीम और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए. घंटों कोशिश के बाद रेस्क्यू टीम आग पर काबू पा सकी. इस घटना पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि घटना की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. इस हादसे के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल हुए लोगों को लिए 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. इससे पहले सीएम ने इस हादसे पर दुख जताया था. उन्होंने ट्वीट किया- ‘जबलपुर के न्यू लाइफ अस्पताल (New Life Hospital) में आग से हुई दुर्घटना में अमूल्य जिंदगियों के असमय निधन के खबर से हृदय दु:ख से भरा हुआ है. ईश्वर से अतीत आत्माओं की शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. ।। ॐ शांति ।। जबलपुर के एक अस्पताल में भीषण अग्नि दुर्घटना का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है. स्थानीय प्रशासन और कलेक्टर से निरंतर संपर्क में हूं. मुख्य सचिव को संपूर्ण मामले पर नजर बनाये रखने के लिए निर्देश दिया है. राहत एवं बचाव के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं.
अस्पताल में तेजी से फैली आग
वहीं बता दें, इस अस्पताल के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है. ये अस्पताल किसका है, इसमें कितना स्टाफ है इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. बता दें, इस घटना का पता उस समय चला जब कुछ लोग दमोह नाका से निकल रहे थे और उन्होंने अस्पताल में आग देखी. लोगों ने उस वक्त चीख-पुकार भी सुनी. लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस और फायरब्रिगेड को दी. लेकिन, आग इतनी भीषण थी कि जब तक फायरब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंचती, तब तक आग चारों तरफ फैल गई थी. इसकी खबर मिलते ही एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा, कलेक्टर इलैया राजा टी, सीएमएचओ रत्नेश कुररिया, फायरब्रिगेड ऑफिसर कुशाग्र ठाकुर, सीएसपी अखिलेश गौर, एएसपी गोपाल खांडेल, एएसपी प्रदीप शेंडे एवं 5 थानों के टीआई अधिकारी कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे.
चश्मदीद ने बताई पूरी कहानी
एक चश्मदीद ने बताया कि जिस समय आग लगी, उस वक्त वह अस्तपताल के आसपास ही था. शुरुआत में ऐसा कुछ नहीं लगा कि आग लगी है. लेकिन, कुछ देर बाद अचानक काला धुआं निकलने लगा. यह सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि कुछ पता ही नहीं चला. देखते ही देखते धुआं नीचे से ऊपर तक छा गया और फिर आग की लपटें दिखाई देने लगीं. आग इतनी तेज थी कि पलभर में पूरे अस्पताल को अपनी चपेट में ले लिया. चश्मदीद के अनुसार, कुछ लोग ऊपरी मंजिल से खिड़कियों से नीचे कूदे. नीचे गिरते ही उन्हें चोट लग गई. कई लोगों को घुटन होने लगी. कुछ ही देर बार फायर ब्रिगेड और पुलिस ने आकर मोर्चा संभाला.