रांची : सीएम हेमंत सोरेन की सदस्यता रहने या नहीं रहने को लेकर केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल रमेश बैस को भेज दिया है. अब जल्द ही राजभवन इस बारे में फैसला जारी करेगा. इस बीच सीएम हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो के द्वारा ‘सीएम हेमंत हमारा अभियान’ हैशटैग चलाया जा रहा है. इसके साथ ही झामुमो ने पूछा है कि, क्या चुनाव आयोग का नाम बदलकर भाजपा आयोग कर देना चाहिए?
अपने ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल पर झामुमो ने लिखा है कि क्या स्वाभाविक संस्थाओं ने अपने आप को बिका दिया है? चुनाव आयोग के सील बंद लिफाफे के अंदर की जानकारी क्या है, यह बीजेपी सांसद, इनके नेताओं और गोदी मीडिया के तथाकथित पत्रकारों को कैसे पता चला?
झामुमो ने लिखा है कि जनता के दरवाजे में बीजेपी के निर्लज नेता झारखंड के आदिवासी पुत्र और झारखंडी सरकार से बार-बार हारते चले गए. इनसे कुछ न बन सका तो यह संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर्म लगे. ध्यान रहे की ये झारखंड है. शोषण का जवाब देना हम जानते हैं.