इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल (क्रूड) के दाम 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। अभी क्रूड के दाम 92 डालर / बैरल पर हैं और एक्सपर्ट्स कीमतों में आगे और भी कटौती का अनुमान जता रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम 3 रुपए प्रति लीटर तक कम हो सकते हैं। इससे पहले फरवरी में कच्चा तेल 90 डॉलर प्रति बैरल के करीब था, जो जून में 125 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था।
IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में क्रूड 85 डॉलर प्रति बैरल पर आ सकता है। ऐसे में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 से 3 रुपए प्रति लीटर की कमी आ सकती है। रेटिंग एजेंसी इक्रा के वाइस प्रेसिडेंट और को-ग्रुप हेड प्रशांत वशिष्ठ के अनुसार, कच्चा तेल 1 डॉलर प्रति बैरल महंगा होने पर देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 55-60 पैसे प्रति लीटर बढ़ जाती हैं। इसी तरह इसमें 1 डॉलर की कमी होने पर पेट्रोल-डीजल के दाम भी 55-60 पैसे प्रति लीटर कम हो जाते हैं।
मंदी की आशंका में टूट रहा है क्रूड
क्रूड में गिरावट बनी हुई है. इस साल 8 मार्च को क्रूड 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था. अभी यह 92 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है. यानी इसमें 6 महीने में करीब 34 फीसदी कमजोरी आ चुकी है. यूरोप के कई देश, चीन में अर्थव्यवस्था पर दबाव है. चीन के कई शहरों में कोविड 19 के चलते लॉकडाउन जैसे हालात हैं. इन देशों में लेटेस्ट डाटा बहुत ज्यादा उम्मीद जगाने वाले नहीं हैं. दूसरी कई अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भी अभी अनिश्चितता बनी हुई है. ऐसे में डर है कि आगे क्रूड की डिमांड कमजोर रह सकती है.