सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी में एक 15 साल की नाबालिग से दुष्कर्म की कोशिश की गई थी. नाबालिग ने इसका विरोध किया तो दुस्साहसियों ने उस पर तेजाब और किरोसिन तेल डालकर जलाकर मारने की कोशिश की. इसके बाद काफी नाजुक स्थिति में उसे एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया. मौत से 10 घंटे पहले पीड़िता ने बयान दिया है. उसने कहा है कि मेरे मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलवाइएगा.
20 दिन बाद तड़प-तड़पकर हुई मौत
लड़की का इलाज मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में चल रहा था. मौत से दस घंटे पहले लड़की ने अहियापुर पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था. इसमें गांव के ही युवकों को उसने नामजद किया था. पुलिस पदाधिकारी से उसने कहा कि, ‘सर उनका विवाद मेरे पिता से था. फिर दरिंदों ने मेरे साथ दरिंदगी क्यों की. मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर मिलना चाहिए.
दुश्मनी मेरे पिता से थी तो मेरे साथ ऐसा क्यों किया
लड़की ने मौत से 10 घंटे पहले बयान दिया था. जिसमें उसने कहा, “मेरे मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलवाइएगा. दुश्मनी तो मेरे पिता से थी तो मेरे साथ ऐसा क्यों किया”.लड़की के साथ 5 लड़कों ने गैंगरेप करने का कोशिश किया था. नाबालिग युवती ने जब इसका विरोध किया तो लड़कों ने पहले उसके ऊपर तेजाब डाला, फिर केरोसिन डाल कर आग लगा दिया. आरोपियों ने जलती हुई लड़की को वहीं पास के गड्ढे में फेंक दिया था. लड़की सीतामढ़ी के पुपरी इलाके की रहने वाली थी.
पांच लोगों ने रेप का प्रयास किया था:
लड़की का इलाज मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में चल रहा था. मौत से दस घंटे पहले लड़की ने अहियापुर पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था. इसमें गांव के ही युवकों को उसने नामजद किया था. पीड़िता के पिता ने कहा कि 29 अगस्त की शाम 5 आरोपियों ने उनकी बेटी को जबरदस्ती उठा लिया और अपने साथ लेकर चले गए.