रांची : झारखंड के चतरा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में बुरी तरह घायल हुए. सीआरपीएफ जवान चितरंजन कुमार की इलाज के दौरान रांची के एक अस्पताल में मौत हो गई है. चार दिन पहले चतरा के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के चतरा-पलामू सीमा पर स्थित बिरमाटकुम जंगल में हुए मुठभेड़ में CRPF 190 बटालियन के जवान चितरंजन कुमार घायल हो गए थे. चितरंजन कुमार को एअरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए रांची लाया गया था, जहां उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई थी. सीआरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक चितरंजन कुमार की मृत्यु इलाज के दौरान हो गई है. फिलहाल शव के पोस्टमार्टम को लेकर कार्रवाई की जा रही है. जिसके बाद सीआरपीएफ कैंप में अंतिम विदाई दी जाएगी.
रविवार 18 सितंबर को चतरा में प्रतिबंधित भाकपा माओवादी और CRPF के जवानों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. प्रतापपुर थाना क्षेत्र के चतरा-पलामू सीमा पर स्थित बिरमाटकुम जंगल मे हुए मुठभेड़ में सीआरपीएफ 190 बटालियन का जवान चितरंजन कुमार घायल हुए थे. जिन्हें प्रतापपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए रांची भेजा गया. जानकारी के अनुसार CRPF 190 बटालियन और पुलिस कि टीम सर्च ऑपरेशन चला रही थी. इसी दौरान रीजनल कमिटी सदस्य अरविंद भुईयां और मनोहर गंझू दस्ते के साथ मुठभेड़ हो गयी.
मुठभेड़ के सम्बन्ध में बताया गया कि गुप्त सूचना मिली थी कि रीजनल कमेटी सदस्य मनोहर गंझू बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से अपने दस्ते के साथ प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जंगली इलाकों में घूम रहा हैं. इस अभियान के दौरान ही बिरमाटकुम जंगल में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद तत्काल मोर्चा संभालते हुए सुरक्षाबलों ने भी नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक जवान के पैर और कमर पर गोली लग गई है. इस मुठभेड़ के दौरान कुल 4 से अधिक नक्सलियों को भी गोली लगी है. जिसके बाद घायल नक्सलियों को उनके साथी लेकर जंगल से भागने में सफल रहे हैं.