Giridih : गिरिडीह केंद्रीय कारा के अधीक्षक से दो करोड़ की रंगदारी मांगी गयी है. रंगदारी नहीं देने पर जेल अधीक्षक अनिमेष कुमार चौधरी को जान मारने की भी धमकी दी गयी है. वाट्सऐप कॉल व मैसेज के जरिए जेल अधीक्षक को यह धमकी दी गयी है। यह धमकी कुछ दिन पूर्व जेल अधीक्षक के सरकारी वाहन पर सवार प्रभारी कारापाल प्रमोद कुमार सिंह पर हुई गोलीबारी मामले में केंद्रीय कारा गिरिडीह में बंद आशीष कुमार साह को गैर कानूनी सुविधाएं नहीं देने से जुड़ा हुआ है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
आशीष 4 सितंबर से गिरिडीह जेल में है। धमकी मिलने के बाद जेल अधीक्षक द्वारा इस संबंध में गिरिडीह एवं बोकारो एसपी को भी सूचना दे दी गयी है। साथ ही अधीक्षक की शिकायत पर प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गयी है। पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है। हालांकि मामले में अभी पुलिस कुछ नहीं बोल रही है।
व्हाट्सएप कॉल नहीं उठाने पर आया मैसेज
वहीं बताया जाता है कि अधीक्षक के मोबाइल पर अनजान व्यक्ति की नम्बर से पहले दो बार व्हाट्सएप कॉल आया। इन दोनों कॉल को अधीक्षक किसी कारणवश नहीं उठा पाये। इसके बाद उन्हें उसी अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया। मैसेज में कई आपत्तिजनक बातें लिखी हुई थी। इसके अलावा 2 करोड़ रुपए की मांग की गई थी और नहीं देने पर जान मारने की धमकी दी गयी थी। मैसेज भेजने वाले ने अपना नाम मयंक सिंह लिखा था।
मैसेज के बाद फिर व्हाट्सएप कॉल से दी धमकी
मैसेज के बाद दोबारा अधीक्षक को उसी अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप कॉल से धमकी दी गई। अधीक्षक को कॉल करनेवाले ने गिरिडीह केंद्रीय कारा के सेल में सुरक्षात्मक कारणों से बंद बंदी आशीष कुमार साह को सेल से नहीं निकालने एवं अन्य गैर कानूनी सुविधाएं नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी तथा रुपए की मांग की गई।
गिरिडीह केंद्रीय कारा के अधीक्षक अनिमेष कुमार चौधरी ने कहा, ‘धमकी को लेकर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। जेल में बंद कुछ लोग गैर कानूनी सुविधाएं चाहते हैं। नहीं मिलने पर उनके द्वारा इस तरह की धमकी दी जाती है।’