हल्द्वानी : शादी-बारातों में अक्सर रूठने-मनाने के कुछ ऐसे किस्से आते रहते हैं, जो ताउम्र के लिए यादें दे जाते हैं. कभी दूल्हा पक्ष के किसी रिश्तेदार का नाराज होना लंबे समय तक हंसी ठिठोली का तो कभी दुल्हन पक्ष के किसी रिश्तेदार के नाज-ओ-नखरे बहुत समय तक चर्चाओं में तंज कसने का कारण बन जाते हैं. ऐसा ही एक मामला हल्द्वानी से सामने आया है. इस मामले में दूल्हा ही नाराज होकर बारात के साथ बीच सड़क धरना-प्रदर्शन करने बैठ गया. हालांकि, यहां मामला दुल्हन पक्ष की ओर से किसी बदइंतजामी के कारण नाराजगी का नहीं था, बल्कि सरकार की अनदेखी से पैदा हुए गुस्से का था. चौंकिए मत, इस मामले में दूल्हा राहुल विष्ट सरकार के रवैये से नाराज होकर बीच सड़क धरने पर बैठ गया था.
दरअसल, हल्द्वानी से ओखलकांडा को जोड़ने वाली सड़क 20 दिनों से भी ज्यादा समय से बंद है. इसके कारण इस सड़क से जुड़े 100 से ज्यादा गांवों के लोगों को बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पीडब्ल्यूडी की टीमें लगातार इस सड़क को दुरुस्त कर खोलने की कोशिशों में जुटा है. इसके बावजूद उन्हें सड़क पर आवाजाही को सुगम बनाने में कामयाबी नहीं मिल पा रही है. ऐसे में 6 दिसंबर 2022 यानी मंगलवार को उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य धरने पर बैठ गए. उनका आरोप है कि. सरकार को जिस तेजी से इस सड़क को खोलने का काम करना चाहिए, वह नहीं हो रहा. इससे सड़क के किनारों बसे दर्जनों गांवों के लोगों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
सोचा नहीं था, ससुराल जाने में होगी इतनी दिक्कत
काठगोदाम हैड़ाखान सिमलिया मार्ग काफी दिन पहले भूस्ख्लन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बाद इसे बंद कर दिया गया था. लोगों को पैदल ही आवाजी रिनी पड़ती है. मार्ग पर चल रहे इस धरने के दौरान ही राहुल विष्ट भी वहां पहुंचे और पैदल ही बारात लेकर आगे बढ़ने लगे. जब उन्होंने उत्तराखंड विधानसभा में नेता विपक्ष यशपाल आर्य को सड़क की समस्या के मुद्दे पर प्रदर्शन करते देखा तो खुद भी उनके साथ बीच सड़क धरने पर बैठ गए. वहीं बता दें कि राहुल विष्ट की बारात कोटाबाग से यहां पहुंची थी. दूल्हे राहुल का कहना है कि पहली बार दोस्तों के साथ ससुराल जाने में इतनी परेशानी हुई, ये कभी नहीं सोचा था.