भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 4-1 से जीत हासिल की। धर्मशाला में खेले गए अंतिम टेस्ट में भारतीय टीम ने एक पारी और 64 रन से इंग्लैंड को हराया। इस मुकाबले में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में पांच विकेट झटके और कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह ने भी अपनी गेंदबाजी से टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
इंग्लैंड की दूसरी पारी मात्र 194 रन पर सिमट गई, जिसमें जो रूट ने सबसे ज्यादा 84 रन बनाए। जॉनी बेयरस्टो ने 39 रनों का योगदान दिया, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के सामने इंग्लैंड की पूरी टीम टिक नहीं सकी। अश्विन ने अपनी शानदार गेंदबाजी से पांच विकेट लिए, जबकि कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह ने 2-2 विकेट अपने नाम किए।
भारतीय टीम की पहली पारी
भारत ने अपनी पहली पारी में 473/8 का विशाल स्कोर खड़ा किया था। दूसरे दिन के खेल की समाप्ति तक भारत ने इंग्लैंड पर 255 रनों की बढ़त बना ली थी, और उनकी कोशिश इस बढ़त को 300 तक पहुंचाने की थी। इंग्लैंड की पहली पारी सिर्फ 218 रन पर ही सिमट गई, जिससे भारत को शुरुआत से ही बढ़त मिल गई थी।
सीरीज की स्थिति
भारत ने पहले ही सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली थी और इस आखिरी टेस्ट मैच में 4-1 से जीत के साथ सीरीज पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने हैदराबाद टेस्ट के बाद लगातार तीन टेस्ट जीतकर शानदार वापसी की थी। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने इंग्लैंड को करारी शिकस्त दी और सीरीज का शानदार अंत किया।
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन
भारत की प्लेइंग इलेवन: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, देवदत्त पडिक्कल, सरफराज खान, ध्रुव जुरैल, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह।
इंग्लैंड की प्लेइंग इलेवन: जैक क्रॉली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स (कप्तान), बेन फोक्स, टॉम हार्टली, मार्क वुड, शोएब बशीर और जेम्स एंडरसन।
अश्विन का रिकॉर्ड
रविचंद्रन अश्विन ने इस मैच में एक और महत्वपूर्ण रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 35वीं बार एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया, जिससे उन्होंने अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़ दिया। कुंबले ने 34 बार एक पारी में पांच विकेट लिए थे। अश्विन ने बेन फोक्स को क्लीन बोल्ड कर अपना पांचवां शिकार पूरा किया और इस तरह इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया।
मैच का अंतिम चरण
तीसरे दिन का खेल लंच के बाद शुरू होते ही भारतीय गेंदबाजों ने अपना दबदबा कायम रखा। कुलदीप यादव और अश्विन की गेंदबाजी ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी क्रम को झकझोर दिया। जसप्रीत बुमराह ने भी अपने ओवर में टॉम हार्टली और मार्क वुड को जल्दी-जल्दी पवेलियन भेजा। अंततः, भारत ने इंग्लैंड को एक पारी और 64 रनों से हराकर टेस्ट मैच अपने नाम किया।
सीरीज का अंत
इस जीत के साथ, भारत ने न केवल सीरीज में शानदार वापसी की, बल्कि इंग्लैंड के खिलाफ एक और यादगार टेस्ट सीरीज जीत को अपनी झोली में डाला।